Film Article 15-समानता का अधिकार देने वाला आर्टिकल 15 , जिस पर बनी फिल्म ने रिलीज होते ही मचाया बवाल











Film Article 15:- Bollywood में अपनी अलग पहचान बना चुके आयुष्मान खुराना की फिल्म Article 15 का ट्रेलर इस समय जोर शोर से चर्चाओं में बना हुआ है | फिल्म का Trailor Launch होते ही कई लोगो ने इसे विवादों में घेर लिया है | ब्राह्मण वर्ग इस फिल्म के Trailor से बिल्कुल खुश नहीं था और Actors समेत वे सभी लोग जो इस फिल्म से जुड़े हुए है उनको धमकियां मिल रही थी।

आयुष्मान की फिल्म के विरुद्ध करणी सेना ने अपना मोर्चा खोल दिया है | इस फिल्म पर ब्राह्मणों की छवि खराब करने का आरोप लगा है जिसके बाद करणी सेना और परशुराम सेना ने विरोध शुरू कर दिया है।
विरोध के बीच फ‍िल्‍म के Director अनुभव सिन्‍हा को चेतावनी मिलने की खबरें भी सामने आई हैं। बता दें कि फिल्म की कहानी भारतीय संविधान का अनुच्छेद 15 धर्म, नस्ल, जाति, लिंग या जन्म स्थान के आधार पर भेदभाव पर रोक लगाने के बारे में है |Article 15 फिल्म के ट्रेलर में आयुष्मान खुराना IPS की भूमिका निभाते हुए नजर आएँगे | इस फिल्म की कहानी बदायूं हादसे में दो लड़कियों की रेप के बाद हुई हत्या के मामले पर आधारित है। Trailor में दिखाया गया है की गांव की दो लड़किया का बुरी तरीके से पहले रैप किया जाता है और बाद में दोनों को मारकर दोनों के शवों को पेड़ से लटका दिया जाता है |
ऐसा ही हादसा बदायू के एक गॉव में हुआ था जिसे अब फिल्म के द्वारा दिखाया जा रहा है | इस फिल्म में आरोपिओ को ब्राह्मण जाती का दिखाया गया है | बदायूं दुष्कर्म और हत्या का मामला 2014 में हुआ था। उस समय उत्तर प्रदेश में सपा सत्ता में थी। आरोपियों के नाम पप्पू यादव, अवधेश यादव, उर्वेश यादव, छत्रपाल यादव और सर्वेश यादव थे। छत्रपाल और सर्वेश पुलिसकर्मी थे।
Article 15 
Article 15:- पुलिस विभाग पर आरोप लगाया गया था कि वह इस मामले में आरोपियों के प्रति समाजवादी पार्टी के राजनीतिक दबाव के कारण नरमी दिखा रही है। वहीं इस फ‍िल्‍म में आरोपी ब्राह्मण समुदाय के दिखाए गए हैं। अब यहां परशुराम सेना के विरोध को करणी सेना का साथ मिल गया है। करणी सेना वही है जिसमें व्‍यापक स्‍तर पर फ‍िल्‍म पद्मावत और मणिकर्णिका का विरोध किया था।

आयुष्‍मान खुराना ने दिया बयान 

जूम टीवी से बातचीत में इस विवाद पर फ‍िल्‍म के एक्‍टर आयुष्‍मान खुराना ने बयान दिया था | आयुष्मान का कहना है कि फिल्म सत्य घटना से प्रेणावत है ना कि उस पर बेस्ड है। ऐसी देश में कई घटनाए हुई हैं। सेंसर बोर्ड ने जब इसे पास किया है तो इसमें ऐसा भेदभाव वाली कुछ नहीं है। Article-15 में किसी का भी पक्ष नहीं लिया गया है और ना ही किसी के बारे में कुछ गलत दिखाया गया है। आप पहले फिल्म देखें फिर बताएं कि इसमें क्या गलत है। दलित से लेकर अपर कास्ट तक की इसमें बात की गई है। किसी एक पक्ष या एक जात को निशाना नहीं बनाया गया है।
Film Article 15:- अब फिल्म के Director अनुभव सिन्हा ने इस बारे में एक Open Letter लिखा है। फिल्म की कहानी कथित तौर पर बदायूं दुष्कर्म और हत्या से प्रेरणागत है। इसमें आरोपियों को ब्राह्मण समुदाय का बताया गया है। इसी वजह से ब्राह्मण वर्ग नाराज हो गया और Actor समेत लोगो को धमकी दे डाली। अब Director सिन्हा ने अपने Twitter पर एक Open Letter शेयर किया है। इसमें उन्होंने ब्राह्मण संगठनों और करणी सेना को संबोधित किया है।
उन्होंने लिखा, ‘मेरी हत्या या मेरी बहनों और मेरी दिवंगत मां के बलात्कार की धमकियों से संवाद नहीं हो सकता। हम एक समाज हैं और हमें एक-दूसरे का सम्मान रखना चाहिए। मेरी आगामी फिल्म भी इसी संदर्भ में ही है।’
Film Article 15:- उन्होंने अपनी फिल्म Article 15 को लेकर हुए विवाद पर आगे लिखा, ‘मेरा विश्वास करें फिल्म में ब्राह्मण समाज का कोई निरादर नहीं किया गया है। आप को जानकर हर्ष होगा कि फिल्म के बनाए जाने में मेरे कई ब्राह्मण साथी भी हैं, कई कलाकर भी। कोई कारण नहीं है कि ब्राह्मणों का निरादर किया जाए।’
आपको बता दें कि फिल्म के Trailor में एक गांव की दो टीनएज लड़कियों का बेरहमी से रेप कर उनको पेड़ पर फांसी से लटकाए जाना दर्शाया गया है। ये सीन बेहद खौफनाक था। फिल्म में जाति, धर्म और अन्य चीजों को लेकर होने वाले भेदभाव को बड़े रूप में दिखाया गया है।
गौरतलब है कि बदायूं Rape और Murder Case 2014 में हुआ था। आरोपियों के नाम पप्पू यादव, अवधेश यादव, उर्वेश यादव, छत्रपाल यादव और सर्वेश यादव थे। छत्रपाल और सर्वेश पुलिसकर्मी थे। ये मामला उस वक्त पूरे देश में चर्चा में रहा था।

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