छत्तीसगढ़ प्रदेश की अधिकतर राशन दुकानों में बीते एक सप्ताह से खाद्यान्न वितरण बंद है। 14अक्टूबर शुक्रवार से तो राशन दुकान संचालकों ने पूर्णतः वितरण पर रोक लगा दी है। इसके पीछे की वजह वन नेशन वन राशन कार्ड में एनआईसी का सर्वर सहीं तरीके के काम नहीं कर रहा है। राशन दुकानों को जो सॉफ्टवेयर ई-पॉश मशीनों में दिया गया है। उसमें खाद्यान्न वितरण की जानकारी दिखाई दे रही है, लेकिन एनआईसी के पास वह रेकार्ड नहीं पहुंच रहा है। बड़ी वजह यह है कि परेशान राशन दुकान वितरण का रेकॉर्ड एनआईसी तक नहीं पहुंचा, तो उनके द्वारा किए जा रहे वितरण को आमान्य कर दिया जाएगा।
राशन दुकान संचालकों का कहना कि, माह की 17 तारिख हो गई है लेकिन अभी तक 10 फीसदी कार्डधारियों को चावल नहीं बंट पाया है। यदि यही स्थिति रही तो दिवाली के त्योहार में लोगों को पीडीएस का चावल नहीं मिल पाएगा। प्रदेश में 13465 पीडीएस दुकानों में ई-पॉश मशीन लग चुकी है। सर्वर नहीं चलने से मशीन से राशन नहीं बंट पा रहा है।
हैदराबाद की कंपनी लिंकवेल टेली सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड ने मशीनें सप्लाई की है। इन मशीनों को चलाने के लिए राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआइसी) के सर्वर का इस्तेमाल किया जा रहा है। मशीनों में डाटा का अधिक लोड होने और सर्वर धीमा होने से दिक्कत हो रहीं है।
ज्यादातर जगह के राशन दुकानों में लोग राशन के लिए भटकते नजर आ रहें हैं। अधिकारियों के मुताबिक एनआइसी जो कि सर्वर प्रदाता है वहीं से लिंक फेल हो गया था, लिहाजा लोगों को परेशानी उठानी पड़ी। शहर ही नहीं, ऑनलाइन सिस्टम गांव के लोगों के लिए मुसीबत बना रहा। लोगों को नेट कनेक्टिविटी तो कभी सर्वर डाउन होने के कारण लोगों को राशन लेने में काफी तकलीफ उठानी पड़ रही है।
अधिकारियों के अनुसार एनआइसी के सर्वर में ही तकनीकी दिक्कत बीच-बीच में आ रही है। इसलिए लोगों को राशन नहीं मिल पा रहा है। एनआईसी को इसकी सूचना भेजी जा चुकी है।
अब इंतजार है तो राशन कार्ड धारकों को सर्वर का....
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