Bhatapara-रविवार को छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी पीएल पुनिया प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम एवं नगरी निकाय मंत्री शिव कुमार डहरिया भाटापारा आ रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार यह इनका संगठनात्मक दौरा है, जंहा संगठन मजबूत करने पर जोर दिया जयेगा। परंतु असल में विधानसभा चुनाव को लेकर इस दौरे को देखा जा रहा है इनके समझ भी कांग्रेसजन पूरे जोश खरोश के साथ अपनी बात रखेंगे, ऐसी जानकारी मिली है। कांग्रेस संगठन में उपेक्षा से ग्रसित भाटापारा क्षेत्र के काग्रेसजनों में काफी नाराजगी है।
Bhatapara के कांग्रेसियों में शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी की सूची जारी होने के बाद जबरदस्त आक्रोश व नाराजगी है। इसका प्रमुख कारण यह है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के द्वारा भाटापारा से किसी भी कांग्रेसी नेता को प्रदेश कमेटी में स्थान नहीं दिया गया है।
इससे पहले भाटापारा से दो प्रदेश प्रतिनिधि हमेशा लिए जाते रहे हैं,लेकिन इस बार भाटापारा के स्थान पर बलौदा बाजार और रायपुर के नेता व्यक्ति को भाटापारा के लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी का प्रतिनिधि बना दिया गया है। जिसको लेकर यहां समस्त कांग्रेस जनों में काफी आक्रोश देखा गया है। इससे पहले से ही भाटापारा कांग्रेस में आपसी खींचतान बना हुआ है,
,पता चला है कि इसकी शिकायत प्रदेश के नेतृत्व करता मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश के प्रभारी पीएल पुनिया सहित दिल्ली के नेताओं को भी शिकायत करने की बात कही जा रही है। कांग्रेसजनों का यह भी कहना था कि एक तरफ भाटापारा से कांग्रेस प्रत्याशी को जिताने के लिए कहा जाता है और दूसरी तरफ भाटापारा का जो पद है उसे दूसरे शहर के लोगों को दे दिया जाता है। क्या भाटापारा में कोई इस लायक नेता नही रह गया है??
ऐसे रवैया से भाटापारा सीट जीत पाएगी कांग्रेस?
इस प्रकार भाटापारा को प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष के द्वारा हाशिए पर रखा जाना कहां तक उचित है। बता दें कि यह भी सवाल उठ रहा है कि क्या ऐसे रवैया से भाटापारा सीट जीत पाएगी कांग्रेस ?
सक्षम कांग्रेसी नेता नहीं है, जिसे की प्रदेश कांग्रेस का प्रतिनिधि बनाया जा सकता था। ऐसे कई सवाल कांग्रेसियों ने उठाए हैं।